#रात का फ़रमान है
रात का फ़रमान है
बहुत हुआ अब काम
थोड़ा जरूरी है आराम
आ जा मेरी आगोश में
लेकर चलूँ तुझे नये जहाँ में
जहाँ नही कोई रंज
सिर्फ सपने पलते है
उस जहां में

-Vaishnav

Hindi Poem by Vaishnav : 111721467

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