हम तड़पते रह गए उनके प्यार को
वो किसी ओर के हो गए
हम तड़पते रह गए उनके प्यार को,
वो किसी ओर के हो गए
थाम तो लिया उन्होंने हाथ किसी ओर का हमे छोड़कर
लेकिन हमारा ही दिल था उनके पास में
हम जुदा होकर भी पूरे हैं, वो पूरे होकर भी तन्हा रह गए

-नादान लेखिका

Hindi Shayri by नादान लेखिका : 111718884

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