हां वादे भी नहीं थे बातें नहीं थी..
ऐसा भी नहीं है कि मोहब्बत नहीं थी..
इज़हार था, इकरार था,
ऐतबार था, तक़रार था,
हजारों शिकायतों में बंद प्यार भी था,
दरम्यां तो सब था हमारे पर,
हमनवाई नहीं थी..
ऐसा भी नहीं है कि मोहब्बत नहीं थी..

Hindi Poem by Sarita Sharma : 111717937
ધબકાર... 3 years ago

वाह... मोहब्बत सही थी, तभी तो तकरार नहीं थी, नोकझोक होती थी, इश्कमे वो भी सही थी.

Amrut 3 years ago

wah wah. nice Rachna

Jaydeep Makwana 3 years ago

Waah, very nice 👌

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