क्षणभर का साथ

क्षणभर का साथ
मुझे लौटा दो,
क्षणभर की कहानी
मुझसे कह दो,
क्षणभर की भेंट
बार-बार दोहरा दो,
क्षणभर का सौहार्द
याद करने दो,
क्षणभर की स्वतंत्रता
छू लेने दो,
क्षणभर का स्नेह
फिर देखने दो,
क्षणभर का साथ
मुझे लौटा दो ।

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* महेश रौतेला
३०.०५.२०१३

Hindi Poem by महेश रौतेला : 111713610

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