तुम मेरे हो न सके तो गिला कैसा ,
शायद मेरा था नही तो मिला नहीं ,
गुज़ारिश है मुझे पहले जैसा कर दो ,
दिए तेरे जख्मों का कोई सिला नहीं ,

एक सदी से सिर्फ़ तुम्हें चाहा हमने ,
जिन्दगी के कुछ पल तेरे साथ रहूं ,
चाहत यही की हर खुशी मिले तुम्हें ,
दूर से ही सही उसके मैं पास रहूं ,

Hindi Shayri by Poetry Of SJT : 111708175

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