झरोखों से आसमान में ताककर
चांद तारों को एकटक निहारकर,

करतीं हुं इनसे कुछ बातें पलभर
साथ में गुजारकर लम्हा ये सुंदर,

वो सुकून पा लेती हुं जी भरकर
जो मिल नहीं पाता मुझे दिनभर।



#priyanka

Hindi Shayri by Priyanka Jangir : 111704426

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