मीरा को लगा कि
जहर में कैसा नशा हैं
देख लूँ......

और

जहर को भी लगा कि
इसी बहाने कंठ में
कृष्ण प्रेम देख लूँ......




—अमृत

Hindi Book-Review by Amrut : 111702278

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