आपकी नज़रों ने समझा
प्यार के काबिल मुझे
दिल की ए धड़कन संभाल जा
मिल गई मंज़िल मुझे .....
बहुत खूबसूरत गीत है ना ,पर क्या सच में इतना आसान होता है मंज़िल का मिल जाना , किसी की प्यार की नजर क्या ज़िन्दगी को आसान बना देती है ????
नहीं जानती मैं की क्या होता है अक्सर ,,,,,
प्यार खुद में एक सजा होती है या सजा ही प्यार होता है
पहेली है ना ये ,,,,पर इसमें हर कोई उलझना चाहता है
ये जो दिल है ना बड़ा बेपरवाह बड़ा सितमगर होता है
अपने सिवा किसी की सुनता ही कहां है ,,
और हम इस दिल के सिवा किसी की सुनते भी कहां है ।