हमने ख्यालों में ही सारा जहां बसाया है
हकीकत में यहां कहा कुछ पाया है

ग़मो का एक पहाड़ सा बना है सीने में
दिल में वस्ल का एक दरिया प्यासा है

मुद्दत्तो याद किया उसे भुलाने के लिए
एक दिन में कहा जिंदगी ऐसी बनाया है

इश्क़ की राह में हम अकेले कहा थे
एक गुमशुदा का साथ मेरा हमसाया है

हमारा इश्क इश्क ए आम कहां था
केशव ने मेयार ए हुनर में जताया है

इश्क में कितने दीवाने आए और चले गए
केशव ने खून को धूल में मिलाया है

यू आसा से कहा मिलता है इश्क केशव
दीवानगी है तो आकाश में दर बनाया है

Hindi Shayri by Keshav Yamunapari : 111701854

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