हे प्रभु ,
कुछ एसा करो ना
कोरोना की बला टल जाये
दिन, रात मरनेवाले इन्सान तो चले जाते है
पीछे जो परिवार है, चसकी हालत कैसी?
हे प्रभु,
कुछ एसा करो ना, कोरोना की बला टल जाये
पता है हर इन्सान को जाना है एकदीन
पर, उसकी वजह कोरोना कयुँ?
कोइ जब अपना गँवा देते हैं,
कया उसकी कमी कोई पूरी कर सकेगा?
हे प्रभु,
कुछ एसा करो ना
कोरोना की बला टल जाये।

Hindi Poem by Jayshree : 111699538

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