यहां सभी चीज़े और रिश्तों का महत्व वक्त के साथ बदलता रहता है; अब अखबार ही ले लो जो अखबार सुबह महत्वपूर्ण होता है वो ही अखबार शाम को रद्दी का टुकड़ा बनकर रह जाता है...!!!

Hindi Poem by Parmar Jagruti : 111696939

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