मेरे लिए क्या खुशी क्या गम, क्या रात क्या दीन, क्या पसंद क्या ना पसंद कुछ माईने नहीं रखता, मे जीवन से ज्यादा तुजे चाहता हूं , पर कीसीको बेसहारा कर नहीं सकता ईस लीए, मरने की बात नहीं करता, क्योंकी तेरी मोत और जुदाई ने समजा दीया कीसीकी जुदाई कीतनी तकलीफ देती है।।

-Hemant Pandya

Hindi Tribute by Hemant Pandya : 111694728

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