यह दिल ही है जो
हर बार टूटकर भी
खुद को संभाल लेता है
ये छोटी सी जान
जाने कितना कुछ सहता है

-अनुभूति अनिता पाठक

Hindi Shayri by अनुभूति अनिता पाठक : 111693639

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