इन आँखों मे चहेरा तो है तेरा,
फिर भी नज़र तुजे ढूंढती रह गई...
Raahi
अल्फाज़ो को खोने नही दिया,
फिर भी लफ्ज़ो में ख़ामोशी रह गई...

- परमार रोहिणी " राही "

Hindi Shayri by Rohiniba Raahi : 111692427

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