शराब
हां। जी सुनिए !
शराब पीना हानिकारक होता है। शराब पीने की लत लग गई तो छूटती नहीं है। चाहे जेब में पैसे हों या फिर नहीं हो तो उधार लेकर पीएंगे। लेकिन भई
शराब तो लोग जरुर पीएंगे।
चारों ओर विज्ञापन की भरमार है तो भी शराब
की दुकान पर भीड़ लगी रहती है। नशा करने से लोग बाज नहीं आते हैं।
शराब लोग पी तो रहे हैं।
लेकिन जनाब ये शराब तो
पीने वालों को ही पी रही है। ये तो मालूम होता है तब जब फेफड़ों में , गले में तथा लीवर में कैंसर होता है।
ये बताने की बात नहीं है। अमल करने की कोशिश करें। परिवार को बचाएं।
जिंदगी बचाएं। शराब जब अपने रंग दिखाने लगती है तो वो किसी की भी सगी नहीं लगती है। वो तो अपने रंग में रंगरेज की तरह रंग कर चिता तैयार कर देती है।
दोस्तों बुरा लगे तो माफ कीजिएगा।
ज्यादा नहीं । आप समझदार है।
ये विचारणीय है।
-Anita Sinha