सफर की राह ने बहुत थकाया,
कुछ मदहोश मुश्किलोंने झुकाया l
चाँदने काली रात मे साथ निभाया,
लेकिन बारिश ने खूब भीगाया l
पता नहीं मंजिल ले जाये कहा,
सायद मिले मुझे सपनों का जहा l

Hindi Thought by Kuraso : 111682659

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