"अनकहे अहसास ए अक़्स छुपाकर रखें हैं
कलेज़े के क़ैदखाने में,
फ़िर भी नकली हँसी का नकाब़ लगाकर
फ़िरते हैं सारे ज़माने में !!
#सचीनम

English Thought by Sachinam786 : 111679002

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now