चारो ओर दिख रहा आलम तेरे जज्बात का , जहाँ देखू वहां जिक्र आता नजर मेरे सामने तेरे शहर का , मशहूर तो नहीं इतना , फिर भी न जाने वही क्यू आता नजर , समझ न पाए हम की ये मेरा पागलपन है, या तुम भी मेरे लिए पागल हो।

-Urvish Patel

Hindi Romance by Urvish Patel : 111676680

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