जिंदगी कहेती है ! में आज हू, शायद फिर कल नही..
जिंदगी के पन्ने पलटके देखो!
जिंदगी को खुल के जीके देखो, पल पल मरके देखो..
पलभर हरपल गम और खुशियां,
चंचल हलचल मन और बतिया..
हंसते , मुस्कुराते , गाते _ गुनगुनाते, बस जीलो!
जिंदगी आज है, क्या पता कल नही???
-Priyanka Malaviya