बदल कर तो देखो
मौसम भी तो बदलता है
कुछ वक्त ठहर कर एक सा
फिर कुछ अलग निखरता है
और इस बदलाव का इंतज़ार
सोचो हर प्राणी करता है
बदल कर तो देखो
मौसम भी तो बदलता है !!

कहीं पेड़ों पे नए पत्ते लिए
कहीं पंछियों का बसेरा बनता है
बदलाव नियम है प्रकृति का
और इस नियम में ये रंगता है
सूरज की नई किरण के संग
सवेरा नई खुशियों का बुनता है
बदल कर तो देखो
मौसम भी तो बदलता है !!

©satender_tiwari_brokenwords
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Hindi Poem by Satender_tiwari_brokenwordS : 111675541

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