सिर्फ़ एक दिन ही क्यों,
हर दिन की, एक पहचान है नारी।
बेटी, मां, बहन बन कर,
हर घर-परिवार में, आधार है नारी।
नहीं कमज़ोर कहीं किसी-ओर,
रिश्तों की डोर, और सम्मान है नारी।
जमीं से आसमां तक, हर जगह
समस्त संसार की, अब शान है नारी।
सिर्फ़ एक दिन ही क्यों,
हर दिन की, एक पहचान है नारी।
/वीर/
#नारी_दिवस_की_शुभकामनाएं !
🥀🥀 HAPYY WOMEN'S DAY 🥀🥀