तेरी उड़ान ऊंची कर दी
अंजान
अब जरा भी रुक नहीं ,
पीछे पीछे चूम लूं तेरे पावो के निशान ,
मुझे तेरे जिस्म कि कोई भूख नही ।।।

-Ashok Chàvda_Anjan

Gujarati Shayri by अंजान की बातें : 111672112

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