और बरसों बाद मिलकर जब उसकी एक झलक देखी
तो लाजवाब पल थे वह ...

महसूस हुआ वह भी उतने ही बेताब है, मगर और मजबूरियाँ !!!

अब अलग दोस्तों ख़ैर कोंन जोड़ सकता है, पेचीदगियों में घुसकर और पेचीदा रास्ता क्यों बनाए ...

Hindi Good Evening by sk hajee : 111665476

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