आप जीवन में कितनी भी भाषा बोलते हो, समझते हो, पढ़ते हो, लिखते हो, पर व्यक्ति अपनी मातृभाषा ही सबसे जल्दी और सरलता से समझ पाता है । वह सीधी उसके हृदय तक पहुंच जाती है । मातृभाषा, भाव स्पष्टता से प्रगट करने का सबसे आवश्यक एवमं उत्तम साधन है । वो भी साफसुथरी मुक्त अभिव्यक्ति करने के लिए । यह आपको हर संचार और संपर्क क्रिया में सबसे अधिक सहायता प्रदान करती है । इसलिए उसका स्नेह, आदर से हर दिन आभार प्रगट करना हमारा कर्तव्य है । धन्यवाद..💐🙏(२१/२/२०२१)