माँ सरस्वती वंदना
""""""""""'""""""""""""
पुस्तकधारिणी तु माता
विद्या की तु ही दाता,
हंसवाहिनी तेरी महीमा
सारा जगत है गाता |

वीणाधारिणी माँ तु
हर सुर की है ज्ञाता,
तेरी शरण जो आता
माँ,अज्ञानता मिटाता|

प्रकाश पुंज तेरा
माँ, ज्ञान ज्योत जगाता
शुभ्र तेरी आभा माँ
हृदय को छु जाता |

माँ सरस्वती की वंदना
जो कोई भी गाता,
विद्या और बुद्धि से
धन्य वह हो जाता|

विद्या की अधिष्ठात्री मां भारती के जन्मदिवस की अनेकानेक शुभकामनाएं और बधाइयां।

Hindi Poem by Naranji Jadeja : 111662051

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now