मेरे आँखों के ख्वाब और दिल के अरमान हो तुम,
तुझसे ही मैं हूँ मेरी पहचान हो तुम,
मैं अगर जमी हूँ तो मेरा आसमान हो तुम,
सच कहूँ मेरे लिए मेरा जहां हो तुम

-Alpesh

Hindi Shayri by Alpeshbhai Khavda 7383227190 : 111661516

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