मत मनाओ तूम रोज डे,
बस रोज़ अपना थोड़ा वक्त दे देना।
मत करना कभी प्रपोज मुझे,
बस अपनी तकलीफ मुझसे ज़रूर बयां करना।
मत लाना कभी मेरे लिए चोकलेट,
बस दिन में एक बार मेरे साथ खाना खा लेना।
नहीं चाहती कोई टेडी या किमती चिज़,
बस कभी जल्दी घर भी आ जाना।।
नहीं चाहती कोई ऐसा वादा जो तुम्हें कोई तकलीफ़ दे,
बस अपनी हर तकलीफ में अपना भागी जरुर बनाना।
नहीं चाहती कि हर समय तुम्हारी बांहों में रखो,
बस शुकून से अपने कंधे पर अपना सर रखने देना।
प्यार का इजहार करने के लिए अधरो को मिलाने की जरूरत नहीं।
बस फिकर की मोहर मेरे माथे पर जरूर लगा देना।
मत बनना मेरे वेलेंटाइन ।
बस मेरे हमसफ़र हमेशा बने रहना।।

-Swati Solanki Shahiba

Hindi Romance by Swati Solanki Shahiba : 111659641
shekhar kharadi Idriya 3 years ago

यथार्थ प्रस्तुति एवम अत्यंत मार्मिक चित्रण,,,...

Mr.Poet 3 years ago

Ekdam sachu😊😇

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