बेवफा तेरा मासूम चेहरा,
भूल पाने के काबिल नहीं है !
इक तू ही तो मुजरिम है, मेरा,
कोई और कातिल नहीं है!!

-राज कुमार कांदु

Hindi Shayri by राज कुमार कांदु : 111658722

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