आया मौसम फिर से
रंग भरे प्यार का
कही गुलाब तो कही तन्हाई के काटे है
जो किसी ने किसी को नवाजे है ।।
दे आए दुवाए आज हम उन्हें
हस्ते रहना गुलाब की भांति
जो काटे हैं इसमें वो हमारे हिस्से में आए ।।🌹🌹

#rose day

Hindi Shayri by Ridj : 111657027

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