सपने कभी अपने हैसियत से ऊंचे नही देखने चाहिए..
क्युकी जब टूटते है ना तब आवाज नही होती,
पर उसकी गूंज आखरी सांस तक रहती है..

-©प्रियंका अरविंद मानमोडे

Hindi Shayri by प्रियंका अरविंद मानमोडे : 111654538

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