#शब्दरंग

ये किस मोड पर आ कर रूक गई हुं में,
दिल रोता रहता है ओर जुबां हस्ती है।

कुछ बेमतलब सी यादों के सहारे में,
खोये रहने की आदत जरूरी हुई है।

आंसुओं की कमी नहीं है आंखों में,
नमी के पीछे दर्द को हसाना पडता है।

-Dr Hina Darji

Hindi Shayri by Dr Hina Darji : 111652285

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