लोग हंसते हैं मरहम लगाते नहीं
जख़्म दिल के न सबको दिखाया करो।
आखिर मोहब्बत की ही निशानी है ये
फूल समझ कर यादों में सजाया करो।।

जमीला खातून

Hindi Poem by Jamila Khatun : 111649407

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