ख्वाबों के पंख जो निकले
चीज़े अक्सर बेमिसाल होती हे
पाना जिनको मुमकिन ना हो
मोहब्बत उनसे क्या कमाल होती हे

में कोई शायर नही
मेरे अल्फ़ाज़ में तुम शायरी मत ढूंढो
अधूरी जो हो दास्तान तो ये बाते
दिल की यूँ ही बेमिसाल होती हे

-Ishan shah

Hindi Shayri by Ishan shah : 111648739

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