गरीबों बेघरों पर मौसम भी नहीं करता रहम
बेरहम हैं दोनों गर्मी और सर्दी के मौसम
गर्मी में लू तो सर्दी में शीत लहरी से तोड़ते दम
बारिश में टपकता छप्पर करता है नाक में दम
एक अकेला बसंत ही देता उन्हें कुछ आराम

Hindi Thought by S Sinha : 111648011
S Sinha 3 years ago

thanks Patelji

S Sinha 3 years ago

Thanks Shekharji

shekhar kharadi Idriya 3 years ago

वाह..उम्दा तथा वास्तविकता का दर्पण जैसा

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