जगह बदली, बदले किरदार
पर कहां बदली किस्मत तेरी
उस घर में तो थी तू सदा पराई
इस घर में जगह बनाने के लिए
संघर्ष कर रही दिन रात।
सरोज ✍️

-Saroj Prajapati

Hindi Thought by Saroj Prajapati : 111645772
shekhar kharadi Idriya 3 years ago

स्त्री की वास्तविकता का चित्रण...

Khushboo Bhardwaj RANU 3 years ago

सत्यता व्यक्त करती पंक्तियाँ 🙏🙏

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