तेरे बिना मेरी जिंदगी अधूरी है मां,
तेरी दुआसे मेरी हर ग़म से दूरी है मां,
मेरी खाहिशे, जरूरतें, नाकामियां सब तुझे कबूल,
तेरे दामन में कितनी सबूरी है मां......

- "लिहाज"

Hindi Poem by Bhumika Gadhvi अद्रिका : 111642852
भींगी कलम ️️️ 3 years ago

जिनके सर पर ममता की दुआ होती हैं। किस्मत वाले वो है,जिनकी मां होती हैं। जिस्म तो होता हैं मगर जां नहीं होती। उनसे पूछो जिनकी मां नहीं होती।

बिट्टू श्री दार्शनिक 3 years ago

मां के लिए जल्द ही गुजराती कविता की एक किताब प्रकाशित करने जा रहा हूं । आशा है आपको पसंद आएगी और आपका सहयोग मिलेगा।

The best sellers write on Matrubharti, do you?

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