*गुज़र जाते हैं खूबसूरत लम्हें , यूं ही मुसाफिरों की तरह ...*
*यादें वहीं खडी रह जाती हैं, रूके रास्तों की तरह ...*
*एक "उम्र" के बाद "उस उम्र" की बातें "उम्र भर" याद आती हैं, पर.......*
*"वह उम्र" फिर "उम्र भर" नहीं आती...*

-Prerna Verma

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