🌷🍃🌷🍃🌷🍃•॥वज़ह॥•🍃🌷🍃🌷🍃🌷

सब मुझसे अच्छे बर्ताव की उम्मीद करतें हैं
पर मुझसे दो बोल भी प्रेम से
क्यों नहीं बोलता कोई
सभी चाहतें हैं मैं बनूँ वज़ह उनकी हँसी का
पर मेरे मुस्कुराने की वज़ह
क्यों नहीं बनता कोई?

लड़की हूँ इसलिए सभी चाहतें हैं कम बोलूँ मैं
लेकिन कभी मेरी ख़ामोशी
क्यों नहीं सुनता कोई
कोई चाहता है मैं सजाऊं ख्व़ाब उसको पाने का
मैं भी बनूँ किसी की ऐसा ख्याल
क्यों नहीं बुनता कोई!
सभी चाहतें हैं मैं बनूँ वज़ह उनकी हँसी का
पर मेरे मुस्कुराने की वज़ह
क्यों नहीं बनता कोई?

लोग चाहतें हैं मैं निभाऊँ सभी जिम्मेदारियां बखूबी
कभी मेरी जिम्मेदारी उठाने के बारे में
क्यों नहीं सोचता कोई
करूँ हर काम सबकी मर्जी से बगैर शिकायत किये
कभी मेरी सेहत की फिक्र
क्यों नहीं करता कोई!
सभी चाहतें हैं मैं बनूँ वज़ह उनकी हँसी का
पर मेरे मुस्कुराने की वज़ह
क्यों नहीं बनता कोई?

क्या सबको खुशियाँ बांटने का जिम्मा सिर्फ मेरा है
मेरी छोटी-सी खुशी की बात भी
क्यों नहीं करता कोई
मैं मरती हूँ हर रोज़ हजारों अपनों-बेगानों के लिए
पर मेरी जान पर कुर्बान कभी
क्यों नहीं मरता कोई!
सभी चाहतें हैं मैं बनूँ वज़ह उनकी हँसी का
पर मेरे मुस्कुराने की वज़ह
क्यों नहीं बनता कोई ???

-- Shreya "PSYCHO"
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Hindi Poem by Shreya : 111639634

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