[अभी परीक्षा की मौसम चल रही है तो में और मेरी दोस्त सेतु 😜 ]
में: पूराने पेपर भेजना जरा।
सेतु: जी, तुम्हे सब आखरी घड़ी में ही याद आता है।😉
में: कहां तक पहुंची तुम्हारी गड्डी?🤔
सेतु: बस, अभी तो ट्रेन स्टेशन पे ही है बस अब शुरू होनेवाली है।
में: मे तो मजदार पे खड़ी हूं, पता नहीं मंजिल कब आएगी।😝
सेतु: हम दोनों एक ही कस्ती के सवार है 🤭 चलो अब शुरू करते है हमारा पढ़ाई का सफर...।।
{ एक्जाम की मौसम में ऐसा होना लाज़मी है।😜}

Hindi Blog by માધુરી : 111639606
Pintu Bhatti 3 years ago

Booking to phele mil gya tha apne preparation ka saman pack nahi kiya honga Hahahah

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