जिंदगी......
कुछ उन अधूरे अल्फाजों सी...
जो अक्सर कांच के शीशों पर अनायास ही उभर आते हैं
पर कभी पूरे नहीं होते ....
कौन जाने???
कि उन अधूरे अल्फाजों में कई कहानियां छुपी हुई होती हैं ...

-Sarvesh Saxena

Hindi Shayri by Sarvesh Saxena : 111630855

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