हसरतों को चाहा था मैंने इस कदर।
चाहत के नशे में हो गए थे बेखबर।
दीवानगी का आलम पूछो ना जानम।।
होश में आए जब दिखा रूसवाई का असर।।

-Namita Gupta

Hindi Shayri by Namita Gupta : 111628702

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