मालूम है मुझे
हम बने है एक दूजे के लिए ।

ख्वाब में मिलता हूं तुमसे ,
यादों में हरदम रहता हु साथ,
प्यार तो हद से ज्यादा करता हूं तुमसे,
पर तुम्हारी नादानियां नहीं पसंद मुझे।
मेरा इश्क़ ना एक तरफा है,
ना ही बेबाक है तुम्हारे लिए।
रहना है हरदम ऐसे तुम्हारे साथ मुझे,
तुमसे कभी भी दूर नहीं जाना है मुझे।
हर वफ़ा मुझे कबूल है हमारी,
पर नौटंकी नहीं पसंद तुम्हारी।
रहती हो हरदम मेरे दिल के करीब तुम,
दूर नहीं हो मेरी यादों में भी कहीं तुम ।
गिनता रहता हूं हरेक वो पल,
जिसमे तुम होती हो मेरे साथ।
कसम और वादा निभाना है मुझे अपना,
पर वक्त बे वक्त नहीं पसंद रूठना तेरा ।
अब बहुत हुआ मेरी जान,
बदल दो यह बुरी आदत।
प्यार हम दोनों को अनहद है एक दूसरे से,
हम दोनों साथ है सात जनम तक मेरी जान।

मालूम है मुझे
हम बने है एक दूजे के लिए ।

अंकित चौधरी " शिव " ❤️

Hindi Poem by Ankit Chaudhary શિવ : 111626646

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