रात की खामोशी में ये जो चांद बिखरा है,,
कुछ तो जरूर कहता है,,,
जब जब तू उसे छत पर देखता है,,,
वो मेरी ओर मुड़ कर हर रोज कहता है,,,
की मुझे देखकर अक्सर,,,
कहीं ना कहीं कोई तुझे भी याद करता है,,!!!

🖌️📃✍️~$h!£@l~📄✍️!!

Hindi Shayri by Shital : 111619157

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