सुन मेरे भावी जीवनसाथी
तुम मेरी सारी जरूरते पूरी करना ,
पर मेरे सपने मत जानना
मेरी ख्वाहिसे मत पूछना
मेरे अरमान मत समझना
तुम इस रिश्ते में मुझे
बराबरी का दर्जा मत देना
क्योकि,
फिर शायद तुम्हे वो राज़ बतादूँ
जो शायद तुजे पसंद ना आए
मेरी बेफिकरी मेरी बेशर्मी लगे
और शायद बेसुलुकी भी..
तुम ना पति ही रेहना
मेरे प्रेमी मत बनना,
किसी से अपनी तुलना
कारण मत बनना !
ना पागलपन सेह पाओगे
ना मुझे हज़म कर पाओगे
तुम ना मेरे दोस्त मत बनना
वर्ना मै 'aap' कैसे कहूँगी तुजे?