घाव को तो सजाना होता है।
इश्क़ मे तो खून बहाना होता है।
अब तुमसे क्या उम्मीद रखे,जालिम
तुमारे पास तो रोज़ नया बहाना होता है।
-विपुल बोरीसा-

-Vipul Borisa-

Hindi Shayri by Vipul Borisa : 111616375

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