एक पल वो था जब गर्भ से बाहर आने का तेरा इंतज़ार था; और आज भी है तेरा इंतज़ार बेटा; जब तू मुझे घर के भीतर ले जायेगा...

मंजरी शर्मा

Hindi Microfiction by मंजरी शर्मा : 111615777

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now