मैं हूं.. या मेरी जिंदगी इक तन्हाई, आज अरसो बाद उसे मेरी याद आई है,
कहीं फिर न हो जाये ये गलत फहमियां
कि वो हमें चाहते हैं,
दोस्तों...
इश्क़ से अच्छा तो..
जुदाई है

अvii Mishra

Hindi Shayri by अvii miश्र : 111615665

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