आज फिर रात आयी
और उसके साथ साथ तेरी याद आयी
फिर साथी बना मेरा गढे का तकिया
जिसपर पूरी रात तेरी यादों मे रोया
जब से तू छोड़ कर गई है
तेरी रात सो के गुज़रती हे
और मेरी रात रो के गुज़रती हे😭😭

Hindi Shayri by Tarang : 111614643

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