कितना भी तुम सितम करलें मुझ पर

में कहीं नहीं जाउंगी

मेरे मरने के बाद भी, में तुम्हारे पीछे आउंगी ।।

नरेन्द्र परमार " तन्हा "

Hindi Shayri by Narendra Parmar : 111613547

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