ज़रा अदब से उठाना इन बुझे दियों को,
इन्होंने कल रात सबको रोशनी दी थी,
किसी को जला कर खुश होना अलग बात है,
इन्होंने खुद को जला कर रोशनी की थी l

Hindi Blog by Ghanshyam Patel : 111610812

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